नेकी कर के भूल जा ,कर न दान अभिमान
किए नाम की चाह में ,व्यर्थ इन्हें फ़िर जान 11
फ़िक्र फेंक दे कूप में ,होना हो सो होय 1
करता जो करतार है ,ठीक हमेशा होय 11
कृपा करी प्रभु सूर पर ,तुलसी करे सनाथ 1
मेरी कब सुध लेउगे ,ओ मेरे रघुनाथ 11
मेरा मेरा सब कहें ,तेरा कहे न कोय 1
जो सब कुछ तेरा कहे ,तू ख़ुद उसका होय 11
कृपा सद्गुरु की मिले ,बचे नहीं कुछ शेष 1
बंदे तू बन जाय ख़ुद ,ब्रम्हा विष्णु महेश 11
फ़िक्र सभी को खात है ,देत कलेजा चीर 1
जो ख़ुद फ़िक्र को खात है,उसका नाम फकीर ११
के.पी.सिंह ''फकीरा''
[अपर जिला न्यायाधीश ]
एन -16 , अमलतास कालोनी .ग्वालियर [म.प्र]
बुधवार, 2 अप्रैल 2008
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